About RMSNS | Our NGO

श्री राधेश्याम चौधरी
अध्यक्ष, राष्ट्रीय मानवाधिकार एंव समाजिक न्याय संघ (RMSNS)

श्री राधे श्याम चौधरी RMSNS के अध्यक्ष हैं, जहाँ वे संघ के मिशन और मूल्यों के प्रति गहरी प्रतिबद्धता के साथ नेतृत्व करते हैं। हम सामाजिक अन्याय को संबोधित करने के लिए समर्पित बुद्धिजीवियों की एक टीम हैं। हमारा मिशन गरीब पिछरे समूहों की आवाज़ सुनना और उनकी वकालत करना है और उन लोगों की मदद करना है जिनके मानवाधिकारों का उल्लंघन किया जा रहा है। अक्सर, जो लोग सामाजिक, आर्थिक और शैक्षिक रूप से लाभ प्राप्त करते हैं, वे कमज़ोर व्यक्तियों के अधिकारों का उल्लंघन करते हैं। हमेशा नहीं, लेकिन कई मामलों में, पीड़ित अज्ञानता या प्रभुत्व के खतरों के कारण चुप रहते हैं। ऐसी सभी स्थितियों में, RMSNS पीड़ितों के पक्ष में मजबूती से खड़ा रहता हूँ एवं वकालत करने के लिए उनके समर्पण के लिए जाना जाता है। उनके दृष्टिकोण में संघ के उद्देश्यों की उन्नति के लिए निष्ठा और अटूट समर्पण की भावना शामिल है। श्री राधेश्चौयाम चौधरी के नेतृत्व की विशेषता यह है कि वे सामूहिक लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए टीमों को प्रेरित और संगठित करने की क्षमता रखते हैं, साथ ही नैतिक प्रथाओं और सामुदायिक सेवा के प्रति दृढ़ प्रतिबद्धता बनाए रखते हैं। उनका दृष्टिकोण और जुनून संघ को आगे बढ़ाता है, इसकी वृद्धि और सफलता सुनिश्चित करता है।

राष्ट्रीय मानवाधिकार एंव समाजिक न्याय संघ

राष्ट्रीय मानवाधिकार एंव समाजिक न्याय संघ अधिनियम 1882 के तहत पंजीकृत पंजीकरण संख्या 4837/2022 के साथ, मानवाधिकार संरक्षण और संवर्धन, सभी के लिए न्याय, वंचितों के आर्थिक उत्थान, शिक्षा, शांति के महान कार्य के लिए समर्पण के साथ काम कर रहा है। भारतीय समाज के बीच विचारों और लोकाचार के आदान-प्रदान द्वारा सद्भाव, और राष्ट्रीय एकता एक खुशहाल भारत बनाना हमारा उद्देश्य। राष्ट्रीय मानवाधिकार कानून संरक्षण संगठन मानव के अधिकारों के लिए काम करता है, जो भारत के संविधान द्वारा दिया गया है। राष्ट्रीय मानवाधिकार कानून संरक्षण संगठन किसी भी जरूरतमंद की मदद के लिए हमेशा तैयार रहता है। प्रत्येक व्यक्ति कुछ मौलिक अधिकारों का हकदार है, केवल मानव होने के तथ्य से। इन्हें विशेषाधिकार के बजाय मानवाधिकार कहा जाता है। राष्ट्रीय मानवाधिकार एंव समाजिक न्याय संघ जागरूकता कार्यक्रम, अभियान और संगोष्ठी आदि के माध्यम से मानवाधिकारों के प्रति जागरूकता के लिए कार्य करता है। राष्ट्रीय मानवाधिकार एंव समाजिक न्याय संघ लोगों का एक ऐसा समूह है जिसका लक्ष्य दूसरों की मदद करना है। हम पूरे भारत में सहायता प्रदान करने के लिए लोगों का एक समूह बनाने के अपने उद्देश्य के साथ आपके साथ काम करने की आशा कर रहे हैं ।<

जानिये क्या है राष्ट्रीय मानवाधिकार एंव समाजिक न्याय संघ

बहुसंख्यक समाज की चुनौतियों का सामना करने जाति धर्म क्षेत्र और संस्कृति के लिए विशिष्ट वफादारी के नाम पर बढ़ते संघर्ष और तनाव के लिए युवा पुरुषों और महिलाओं को प्रशिक्षित करने हेतु अग्रणी है, राष्ट्रीय मानवाधिकार एंव समाजिक न्याय संघ भारत देश के अंदर महिलाओं के खिलाफ कानूनी सामाजिक और आर्थिक भेदभाव और उनके शोषण में अलग-अलग तरीकों से रोकने में मदद करने हेतु प्रयासरत है प्रवर्तन एजेंसियों द्वारा कठोर कानूनों के प्रभाव और राज्य की मशीनरी और बल के गैर कानूनी इस्तेमाल तथा हिरासत में मौत मुठभेड़ों में हत्या और संबंधित मुद्दों को सुनिश्चित करने के लिए मामलों के अध्ययन को तैयार करना मानवाधिकार शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग और महिलाओं अल्पसंख्यकों अनुसूचित जाति तथा अनुसूचित जनजाति और भाषाई अल्पसंख्यकों और मीडिया संगठनों तथा अन्य संविधिक संगठनों के साथ घनिष्ठ सहयोग से काम करना मानव अधिकारों के संरक्षण के लिए विश्व युद्ध काल में अंतरराष्ट्रीय समुदाय द्वारा लिखित ग्रंथों संघीय व्यवस्था और ढांचे का अध्ययन करना मानव अधिकारों के संरक्षण और संवर्धन के लिए आयोजित संस्थानों और संरचनाओं के कार्य पर शीत युद्ध का प्रभाव करना खतरनाक उद्योगों में शहरी श्रमिकों के प्रभाव को कम करने के लिए अग्नि कार्यों कांच , पत्थर के कुचल और संबंधित उद्योगों में प्रबंधन के बीच व्यवहारिक और सामाजिक परिवर्तन लाने में प्रेरक के रूप में मानव अधिकार शिक्षा को बढ़ावा देना तथा पर्यावरण को संतुलित रखने हेतु वृक्षों का रोपण आदि कार्यों को महत्वपूर्ण ढंग से करना, प्रौढ़ शिक्षा ,व्यवसायिक शिक्षा, प्राविधिक शिक्षा औपचारिक तथा अनौपचारिक की व्यवस्था स्थापना करना, एचआईवी एड्स व अन्य संचारी रोगों से लड़ने के लिए जागरूकता पैदा करना , राष्ट्रीय मानवाधिकार एंव समाजिक न्याय संघ , ग्रामीण, शहरी इलाकों में अभियान चलाकर ऐसे परिवारों की खोज कर रहा है जहां पर अभी तक शिक्षा की एक बूंद की बारिश नहीं हुई है तथा उनके लिए निशुल्क सिलाई, कढ़ाई ,बुनाई कंप्यूटर एवं अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं से संबंधित जगह-जगह पर केंद्र स्थापित कर उन्हें शिक्षित करने का काम कर रहे हैं। मैं राष्ट्रीय मानवाधिकार एंव समाजिक न्याय संघ, नई बिहार के समस्त पदाधिकारियों एवं सदस्यों का तहे दिल से साधुवाद देता हूं, एवं उनका आभारी भी हूं, और ईश्वर से कामना करता हूं कि वह इसी तरह से संघ के कार्यों को सफल बनाने में सहयोग प्रदान करते रहें जिससे संघ उत्तरोत्तर प्रगति की ओर सदैव अग्रसर रहे। धन्यवाद।

हम क्या करते हैं?

अपना अधिकार जानें, दूसरों को भी बताएँ तथा मानवाधिकार सहायता सह आपसी विवाद निपटारा केन्द्र अन्य सहायता केन्द्र में कूलें व बातें करें। भारत के किसी भी क्षेत्र में किसी भी मामले में शिकायत दर्ज कराने के बाद किसी भी क्षेत्र का विपक्षी को सूचना पत्र इस कार्यालय से भेजी जाती है। इसकी प्रतिलिपि स्थानीय थाना प्रभारी एस.एस.पी. अंचलाधिकारी बी.डी.ओ., एस. डी. ओ.. मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी जिला एवं सत्र न्यायाधिश सह अध्यक्ष डी.एल.एस.ए. व्यवहार को भेजे जाने पर प्रकाशन एवं शिकायत पर मानवधिकारी सहायता सह आपसी विवाद निपटारा केन्द्र में उपस्थित होकर अपना-अपना पक्ष रखकर विवाद का निपटारा की जाती है।

इससे बिना किसी अधिवक्ता का दोनों पक्षों का समय एवं पैसों की बचत होती है। चाहे मामला किसी भी न्यायालय में क्यों न लंबित हो। इसका लाभ लेने एवं दिलाने हेतु बुद्धिजीविगण से अपील की जाती है कि यहाँ मामला कुछ दिनों से प्रायः समाप्त हो जाती है। कोर्ट कचहरी, थाना पुलिस का चक्कर लगाने से मुक्ति हो जाती है। अन्यथा दोषी का हकदार होते हैं।

हजारों मामलों का निपटारा हो चुका है। विद्यु विभाग केवल छः माह की अवधि तक का बकाया बिल वसूल सकती है। बिजली अधिनियम 1990 की धारा 26 (6) के अनुसार दिल्ली उच्च न्यायालय H.D. शीटी बनाम दिल्ली नगर निगम 1987 एवं काम काज बनाम दिल्ली नगर निगम 32 (1987) M.DCT27.

1. मानवाधिकार हनन पर मिलें– झूठे मामले, गैर कानूनी कार्य, पुलिस कार्य में विफलता, सरकारी कार्यों में दोष, महिला उत्पीड़न, डायन मामला, देह व्यापार, मानव व्यापार, प्रताड़ना, दूसरी शादी, दहेज हत्या, बालात्कार, फर्जी मुठभेड, बालश्रम, कैदियों का उत्पीड़न, साम्प्रदायिक हिंसा, एफ0 आई0 आर0 दर्ज नहीं करना, भूखमरी, सरकार के विरूद्ध शिकायत, श्रमिक शोषण, ठेकेदारी में बेईमानी, मजदूरों से काम कराकर पैसे नहीं देना या कम देना या नौकरी से निकाल देना। मानवाधिकारी संयुक्त राष्ट्र संघ जनेवा के विश्व के सभी लोगों के लिए है। मानवाधिकारी के शिकार लोक जनहित याचिका उच्च न्यायालय में दायर करें (Air 2003 M.P. 17)। गैस, किरासन तेल संबंधी-शिकायत, कहीं का भी अपहरण मामला मामले पर उच्च न्यायालय के आदेश में मुवाअजा।

2. पुराने एवं नये सभी तरह मामले, शिकायतें एवं विभाग न्यायलयों में लंबित मामलों का निपटारा हेतु तुरंत मिलें। बासगीत पर्चा, भुदान पर्चा, बंदोवस्ती पर्चा के लिए भूमिहीन बेघर अनुसूचित जाति, पिछड़ी जाति एवं जनजाति के लोग संपर्क करें। ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों के बुद्धिजीविंगण अपने क्षेत्र में मानवाधिकार सहायता सह आपसी निपटारा केन्द्र पर प्रारंभ कर सरकार एवं सभी न्यायालय का सहयोग लेकर समाज के उत्थान के लिए सभी जिलों के लोग बात करें कहीं भी किसी भी तरह का शोषण, उत्पीड़न, सुदखोरी मामले, भ्रष्टाचार एवं धोखाधड़ी एवं ठगी की गुप्त शिकायत पत्र द्वारा या मिलकर कर सकते हैं। नाम पता गुप्त होगा, कार्रवाई निश्चित रूप से होगा।

3. क्षतिपूर्ति मुआवजा हेतु– 1. अज्ञात वाहन से हुई दुर्घटना ना भूख से मौत, आंधी-तूफान, मृत जच्चा बच्चा, सुखा भूकम्प, अग्नि, बाढ़, हिमपात, बादल फटना, कींट आक्रमघ, वज्रपात, सांप काटना, जंगली जानवरों से नुकसान, निर्दोष हत्या, पानी में डूबने से मृत्यु, विद्युत दुर्घटना भवन दुर्घटना, मोटर रेल, नाव, हवाई दुर्घटना, खराब सामाने देगा, गलत चिकित्सा, दवा, शारीरिक, मानसिक, आर्थिक प्रताड़ना.. अवैध दखल कब्जा, हिरासत में मृत्यु, पुलिस प्रताडना, भगदड़ से मौत, साम्प्रदायिक हिंसा, उग्रवादी हत्या, निर्दोष को जेल, जहरीला शराब या भोजन से मृत्यु, बंधुआ मजदूर, बालात्कार एवं शारीरिक शोषण, चुनावी हत्या, जाति हिंसा, अग्नि कांड दुर्घटना, जीव जंतु कीट मकोड़े के काटने से मृत्यु, दहशतगर्दी के शिकार बीमा मामले, अन्तरजातीय विवाह करने पर 50 हजार की राशि अनुदान हेतु / बी.पी.एल., अधिग्रहित भूमि पर क्षतिपूर्ति जोगी साह 1991 Air उड़ीसा राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग कोपरनिकस मार्ग, करीबकोर्ट हाउस, नई दिल्ली को भी शिकायत लिखें। बिहार मानवाधिकार आयोग 9, बेली रोड, पटना फैक्स – 011264722321 नीलगाय, जंगली सुअर, सांभर, कृष्ण मृग, जंगली जानवर से फसल नष्ट होने पर मुआवजा उच्च न्यायालय भारत का कोई भी पीड़ित व्यक्ति तुरंत सहायता एवं सलाह लें। राष्ट्रीय मानवाधिकार एवं समाजिक न्याय संघ मारपा बलुआ, पोस्ट-सिक्कट, कालिकापुर रोड, कटिहार, बिहार-854115, Mob No: 9798408036 में तुरंत शिकायत करें।

हमारा विशेष कार्य

  • हमारा मिशन यह सुनिश्चित करना है कि सभी युवा लोगों और बच्चों को उनकी ज़रूरत के अनुसार सभी समर्थन मिले, जब उन्हें इसकी आवश्यकता हो, चाहे वह कुछ भी हो।
  • चाहे वह एक आश्वस्त करने वाली बातचीत हो, वित्तीय सहायता, शिक्षा, पेशेवर प्रशिक्षण, या केवल यह आश्वासन कि वे अकेले नहीं हैं, हम यह सुनिश्चित करेंगे कि हर किसी को वह समर्थन मिले जो उन्हें मिलता है जहां वे जितनी जल्दी हो सके।
  • हम एक ऐसी दुनिया का निर्माण करना चाहते हैं जहां कोई भी बच्चा या युवा अकेला महसूस न करे और जितनी जल्दी हो सके उन्हें हर संभव मदद मिले।
  • हमारी पूरी टीम एक ऐसी दुनिया देखना चाहती है जहां हर युवा किसी भी तरह से संघर्ष कर रहा हो और अपने आप को ऐसे लोगों तक पहुंचने में सक्षम महसूस करे जो शिक्षा, नौकरी आदि में उनकी मदद करेंगे। हम हर क्षेत्र में फैलाना चाहते हैं ताकि हम सभी तक पहुंच सकें।

हम ढूंढते हैं और फंड करते हैं

हम अधिक से अधिक युवाओं की मदद करने के अवसरों की तलाश में हैं। हम उन सभी से संपर्क करते हैं और उन्हें फंड देते हैं जिनकी जरूरत है।

हम देखभाल प्रदान करते हैं

आज के युवाओं को हर स्तर पर मददगार हाथ और सही मार्गदर्शन की जरूरत है। यहां हम अपनी तरह उनकी देखभाल करते हैं।

हम शिक्षित करते हैं

हम बेहतर भविष्य के लिए वंचित बच्चों और दिहाड़ी मजदूरों के युवाओं के लिए छोटे स्तर के स्कूल चलाते हैं।

हम काम करते हैं

हम ऐसे संगठन चलाते हैं जहां हम युवाओं को रोजगार देते हैं ताकि वे अपने और अपने परिवार के लिए अपने सपनों को जी सकें।

हमारे नंबर जो बोलते हैं

हमारे पास ऐसे नंबर हैं जो हमें अपना सर्वश्रेष्ठ देने के लिए प्रेरित करते हैं और सुनिश्चित करते हैं कि हम अपने ही रिकॉर्ड तोड़ दें। हम दिन ब-दिन बढ़ रहे हैं और अधिक मदद करने में प्रसन्न हैं।
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